Chemistry GK Quiz, Chemistry GK (general knowledge) multiple choice questions (MCQs) with answers in Hindi, Samanya gyan ke prashn (प्रश्नोत्तरी 08): अगर आप किसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो जनरल नॉलेज को अच्छी करना ( या अच्छी तरह से याद रखना ) बेहद जरूरी है । तो चलिए जानते हैं कौन-से सवाल जो आएंगे आपके काम –
सभी प्रश्नों के उत्तर याद करना सभी के लिए लगभग असंभव है, आज हम आपको बता रहे हैं उन सभी खास प्रश्नों को उनके उत्तर के साथ जो प्रतियोगी परिक्षाओं से लेकर जॉब इंटरव्यू में ज्यादातर पूछे जाते हैं । अगर आपको इन प्रश्नों के उत्तर पता हैं तो आपकी मुश्किलें हल हो जाएंगी ।
1. निम्नलिखित में से कौन एक आवेश रहित कण है?
(A) प्रोटॉन
(B) इलेक्ट्रॉन
(C) न्यूट्रॉन
(D) इनमें से कोई नहीं
(C) न्यूट्रॉन
न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे n से दर्शाया जाता है।
न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन मिलकर परमाणु के नाभिक का निर्माण करते हैं। न्यूट्रॉन एक विद्युत उदासीन कण है जिसका द्रव्यमान 1.67493 × 10−27 kg होता है, जो कि इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है। न्यूट्रॉन पूर्ण रूप से एक मूलभूत कण नही है बल्कि यह और भी छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे क्वॉर्क कहते हैं। न्यूट्रॉन तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है, जिसमे दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं।
2. परमाणु विद्युत क्या होते है?
(A) ऋणात्मक
(B) धनात्मक
(C) द्विधनात्मक
(D) उदासीन
(D) उदासीन
परमाणु विद्युत उदासीन इसलिये होता है क्योंकि परमाणु में धनावेश और और ऋणावेश समान रूप से होते हैं।
किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों और प्रोटॉनों की संख्या समान होती है। इलेक्ट्रॉन ऋणावेश के धारक होते है, और प्रोट्रॉन धनावेश के धारक होते हैं। चूँकि परमाणु में इलेक्ट्रॉनों और प्रोट्रॉनों की संख्या समान होने के कारण दोनो आवेश समान होते हैं, इस कारण परमाणु विद्युत उदासीन होता है।
3. इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?
(A) जॉन डाल्टन
(B) थॉमसन
(C) रदरफोर्ड
(D) इनमें से कोई नहीं
(B) थॉमसन
19वीं शताब्दी की शुरुआत में, जॉन डाल्टन ने परमाणुवाद का अपना सिद्धांत प्रस्तुत किया, जो काफी समय तक सर्वमान्य था। उनके अनुसार पदार्थ की सबसे छोटी संरचनात्मक इकाई परमाणु है जो अविभाज्य और अविनाशी है. लेकिन अप्रैल, 1897 में, ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी जे.जे. थॉमसन (Sir Joseph John Thomson) ने “क्रुक्स नलिका” (Crookes tube) पर कार्य करते हुए एक नए कण की खोज की जो ऋणावेशित था।
जिस नलिका पर प्रयोग थॉमसन ने किया था, वह शीशे की नलिका थी, जिसमें धातु के दो इलेक्ट्रोड जुड़े थे। इस नली में वायु या गैस को बाहर निकालने के लिए वैक्यूम पंप की व्यवस्था थी, जब नली में दबाव मिलीमीटर के 1000वें भाग के बराबर था तथा इलेक्ट्रोड के सिरे दस हजार वोल्ट से जुड़े थे, तो इससे पाया गया कि कैथोड से एक प्रकार की रोशनी उत्पन्न होती हैं, ये रोशनी सीधी रेखा में चलती है तथा एनोड प्लेट के बीच में स्थित छिद्र से कुछ किरणें आगे धनात्मक प्लेट की ओर मुड़ जाती हैं। इससे निष्कर्ष निकला कि ये कण ऋणावेशित हैं चूंकि ये कैथोड से उत्पन्न थे। इसलिए उन्हें ‘कैथोड किरणें’ कहा जाता है।
4. प्रोटॉन की खोज किसने की थी?
(A) मैडम क्यूरी
(B) फैराडे
(C) रदरफोर्ड
(D) जॉन डाल्टन
(C) रदरफोर्ड
प्रोटॉन की खोजकर्ता अर्नेस्ट रदरफोर्ड को माना जाता है लेकिन कई किताबों में प्रोटॉन का खोजकर्ता गोल्डस्टीन को भी दिया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1886 में गोल्डस्टीन (Eugen Goldstein) ने परमाणु के नाभिक में प्रोटीन के समान कण के उपस्थित होने का अनुमान लगाया था लेकिन 1920 में अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford) ने प्रोटॉन के बारे में स्पष्ट जानकारी दी उन्होंने बताया की परमाणु के बीच में धनात्मक केंद्र पाया जाता है जिसमें धनात्मक कण पाए जाते हैं जिन्हे उन्होंने प्रोटॉन नाम दिया। इस प्रकार अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford) ने प्रोटॉन की खोज की थी और रदरफोर्ड को ही परमाणु का खोजकर्ता माना जाता है।
5. न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी?
(A) चैडविक
(B) न्यूटन
(C) फैराडे
(D) इनमें से कोई नहीं
(A) चैडविक
न्यूट्रॉन की खोज ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक जेम्स चैडविक (James Chadwick) ने 1931 में की थी।। न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूलभूत कण है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाये जाते हैं। इसे n से दर्शाया जाता है। न्यूट्रॉन एक उपपरमाण्विक कण है जो की सभी प्रकार के पदार्थों के परमाणु के नाभिक में पाया जाता है।
6. परमाणवीय नाभिक किसने खोजा था?
(A) थॉमसन
(B) रदरफोर्ड
(C) चैडविक
(D) जॉन डाल्टन
(B) रदरफोर्ड
नाभिक की आधुनिक अवधारणा सबसे पहले रदरफोर्ड ने सन 1911 में प्रतिपादित की।
1911 में, रदरफोर्ड, मार्सडेन और गीगर ने रेडियम द्वारा उत्सर्जित अल्फा कणों के साथ एक पतली सोने की शीट पर बमबारी करके घने परमाणु नाभिक की खोज की। रदरफोर्ड और उनके छात्रों ने फिर जिंक सल्फेट स्क्रीन पर इन अल्फा कणों द्वारा उत्पादित चिंगारियों की संख्या की गणना की। इस अवलोकन से, उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि लगभग सभी परमाणु पदार्थ परमाणु केंद्र, परमाणु नाभिक में स्थित एक छोटे से आयतन में केंद्रित थे। रदरफोर्ड ने इसे 'नाभिक' कहा।
7. एक भारतीय वैज्ञानिक जिसका नाम एक विशिष्ठ मूल कण के साथ जुड़ा है?
(A) बोस
(B) रमन
(C) साहा
(D) चन्द्रशेखर
(A) बोस
सत्येन्द्रनाथ बोस (1 जनवरी 1894 - 4 फ़रवरी 1974) Satyendra Nath Bose भारतीय गणितज्ञ और भौतिक शास्त्री हैं। भौतिक शास्त्र में दो प्रकार के अणु माने जाते हैं - बोसान और फर्मियान। इनमे से बोसान सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम पर ही हैं।
8. निम्नलिखित में से किस परमाणु के नाभिक में न्यूट्रॉन नहीं होता है?
(A) हीलियम
(B) ट्राइटियम
(C) हाइड्रोजन
(D) लीथियम
(C) हाइड्रोजन
1932 में जे. चैडविक ने एक और अवपरमाणुक कण को खोज निकाला, जो अनावेशित और द्रव्यमान में प्रोटॉन के बराबर था। अंततः इसका नाम न्यूट्रॉन पड़ा। हाइड्रोजन को छोड़कर ये सभी परमाणुओं के नाभिक में होते हैं।
9. इलेक्ट्रॉन के तरंग प्रकृति की खोज सर्वप्रथम किसने की थी?
(A) डी ब्रोग्ली
(B) रदरफोर्ड
(C) थॉमसन
(D) लीनियस
(A) डी ब्रोग्ली
1924 में लुई डी ब्रोगली (Louis de Broglie) ने इस विचार को पेश किया कि इलेक्ट्रॉनों जैसे कणों को न केवल कणों के रूप में बल्कि तरंगों के रूप में भी वर्णित किया जा सकता है।
10. तत्व के सबसे छोटे भाग को क्या कहा जाता है?
(A) परमाणु
(B) ऋणायन
(C) धनायन
(D) अणु
(A) परमाणु
किसी तत्व का सबसे छोटा कण परमाणु होता है जबकि यौगिक का सबसे छोटा कण अणु होता है। एक परमाणु और एक अणु के बीच का अंतर यह है कि परमाणु एक तत्व की सबसे छोटी इकाई है, जो स्वतंत्र रूप से मौजूद हो भी सकता है और नहीं भी जबकि एक अणु का निर्माण तब होता है जब दो या दो से अधिक समान या विभिन्न प्रकार के परमाणु रासायनिक रूप से जुड़ते हैं। जैसे 'O', 'H', और 'C' आदि परमाणु हैं लेकिन O 2, H 2 और CO 2 आदि अणु हैं।
11. डॉल्टन के परमाणु सिद्धांत के अनुसार कौन-सा सबसे छोटा कण स्वतंत्र रूप से रह सकता है?
(A) अणु
(B) धनायन
(C) परमाणु
(D) ऋणायन
(C) परमाणु
सन् 1808 में जॉन डॉल्टन नामक एक ब्रिटिश स्कूल अध्यापक ने पहली बार द्रव्य का परमाणु सिद्धान्त प्रस्तुत किया। इसमें परमाणु को पदार्थ का मूल कण माना। इसे डॉल्टन का परमाणु सिद्धान्त कहा जाता हैं। डॉल्टन का कथन है कि परमाणु अविभाज्य सूक्ष्मतम कण होते हैं जो रासायनिक अभिक्रिया में न तो सृजित होते हैं न ही उनका विनाश होता है।
12. किसी परमाणु के गुण किस पर निर्भर करते हैं?
(A) इलेक्ट्रॉनिक संरचना पर
(B) न्यूट्रॉन की संख्या पर
(C) परमाणु भार पर
(D) प्रोटॉन की संख्या पर
(A) इलेक्ट्रॉनिक संरचना पर
एक परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। किसी तत्व के रासायनिक गुण उस तत्व की परमाणु संख्या पर निर्भर करते हैं। रासायनिक गुण इलेक्ट्रॉनों की संख्या और उस तत्व के अणु की संयोजन क्षमता के विन्यास पर निर्भर करते हैं।
13. न्यूट्रॉन और प्रोटॉन के संख्याओं के योगफल को क्या कहते हैं?
(A) क्वान्टम संख्या
(B) द्रव्यमान संख्या
(C) परमाणु संख्या
(D) इनमें से कोई नहीं
(B) द्रव्यमान संख्या
परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या परमाणु क्रमांक (Z) के बराबर होती है। एक तटस्थ परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या प्रोटॉन की संख्या के बराबर होती है। परमाणु की द्रव्यमान संख्या (M) नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या के योग के बराबर होती है। परमाणु द्रव्यमान या द्रव्यमान संख्या प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या का योग है।
14. किन किरणों के प्रकीर्णन से नाभिक के आकार का आकलन किया जा सकता है?
(A) γ - कण
(B) β - कण
(C) δ - कण
(D) α – कण
(D) α – कण
रदरफोर्ड ने अल्फा कण प्रकीर्णन प्रयोग किया जिसके आधार पर उन्होंने परमाणु का नाभिकीय मॉडल भी प्रस्तुत किया था। अपने सुप्रसिद्ध प्रयोग में रदरफोर्ड ने एक खाली कक्ष में सोने की पतली पन्नी पर अल्फा कणों की बौछार की थी और अगले पृष्ठ पर पतली सोने की पन्नी द्वारा अल्फा कणों के प्रकीर्णन का सरल चित्र दिखाई दिया था।
15. नाभिक के धनावेशित होने की खोज किसने की थी?
(A) जॉन डाल्टन
(B) रदरफोर्ड
(C) थॉमसन
(D) इनमें से कोई नहीं
(B) रदरफोर्ड
रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल प्रसिद्ध रसायनज्ञ तथा भौतिकशास्त्री अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford) द्वारा प्रस्तुत परमाणु मॉडल है जिसे उन्होने सन 1911 के अपने इलेक्ट्रॉन के प्रयोगों के आधार पर प्रस्तुत किया। इस मॉडल ने परमाणु के भीतर धनावेशित भाग होने की बात बताई।
1911 में, रदरफोर्ड, मार्सडेन और गीगर ने रेडियम द्वारा उत्सर्जित अल्फा कणों के साथ एक पतली सोने की शीट पर बमबारी करके घने परमाणु नाभिक की खोज की। रदरफोर्ड और उनके छात्रों ने फिर जिंक सल्फेट स्क्रीन पर इन अल्फा कणों द्वारा उत्पादित चिंगारियों की संख्या की गणना की। इस अवलोकन से, उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि लगभग सभी परमाणु पदार्थ परमाणु केंद्र, परमाणु नाभिक में स्थित एक छोटे से आयतन में केंद्रित थे। रदरफोर्ड ने इसे 'नाभिक' कहा।