Chemistry GK Quiz, Chemistry GK (general knowledge) multiple choice questions (MCQs) with answers in Hindi, Samanya gyan ke prashn (प्रश्नोत्तरी 03): अगर आप किसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो जनरल नॉलेज को अच्छी करना ( या अच्छी तरह से याद रखना ) बेहद जरूरी है । तो चलिए जानते हैं कौन-से सवाल जो आएंगे आपके काम –
सभी प्रश्नों के उत्तर याद करना सभी के लिए लगभग असंभव है, आज हम आपको बता रहे हैं उन सभी खास प्रश्नों को उनके उत्तर के साथ जो प्रतियोगी परिक्षाओं से लेकर जॉब इंटरव्यू में ज्यादातर पूछे जाते हैं । अगर आपको इन प्रश्नों के उत्तर पता हैं तो आपकी मुश्किलें हल हो जाएंगी ।
1. जिंक तथा लेड, कॉपर की अपेक्षा?
(A) कम क्रियाशील है
(B) अधिक क्रियाशील है
(C) समान क्रियाशील है
(D) अन्य
(B) अधिक क्रियाशील है
धातुओं की वह श्रेणी जिसमें धातुओं को उनकी क्रियाशीलता के आधार पर अवरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, सक्रियता श्रेणी कहलाती है। धातुओं की उनकी क्रियाशीलता के आधार पर अवरोही क्रम में व्यवस्था (सक्रियता श्रेणी) निम्नलिखित है - 1. पोटैशियम (K) 2. सोडियम (Na) 3. कैल्शियम (Ca) 4. मैग्नीशियम (Mg) 5. ऐल्युमीनियम (Al) 6. जिंक (Zn) 7. आयरन (Fe) 8. लेड (Pb) 9. हाइड्रोजन (H) 10. कॉपर (ताँबा) (Cu) 11. मर्करी (पारद) (Hg) 12. सिल्वर (Ag) 13. गोल्ड (Au).
2. अंगूर का किण्वन करना एक?
(A) रासायनिक परिवर्तन है
(B) भौतिक परिवर्तन है
(C) रासायनिक और भौतिक परिवर्तन दोनों है
(D) अन्य
(A) रासायनिक परिवर्तन है
किण्वन एक जैव-रासायनिक क्रिया है। इसमें जटिल कार्बनिक यौगिक सूक्ष्म सजीवों की सहायता से सरल कार्बनिक यौगिक में विघटित होते हैं। इस क्रिया में ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ती है। किण्वन के प्रयोग से अल्कोहल या शराब का निर्माण होता है। पावरोटी एवं बिस्कूट बनाने में भी इसका उपयोग होता है। दही, सिरका एवं अन्य रासायनिक पदार्थों के निर्माण में भी इसका प्रयोग होता है।
3. मैग्नीशियम के रिबन के दहन होने पर किस प्रकृति का लौ उत्सर्जित होता है?
(A) लाल और चमकदार
(B) नीला चमकदार
(C) श्वेत चमकदार
(D) हरा चमकदार
(C) श्वेत चमकदार
यह रिबन मैग्नीशियम ऑक्साइड का चूर्ण है। चमकदार श्वेत लौ के साथ मैग्नीशियम रिबन का दहन होता है तथा यह श्वेत चूर्ण में परिवर्तित हो जाता है।
2Mg(s) + O2(g) → 2MgO (s)
मैग्नीशियम ऑक्सीजन मैग्नीशियम ऑक्साइड
4. सिरका में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
(A) लैक्टिक अम्ल
(B) साइट्रिक अम्ल
(C) मेथैनॉइक अम्ल
(D) एसीटीक अम्ल
(D) एसीटीक अम्ल
सिरका या चुक्र (Vinagar) भोजन का भाग है जो पाश्चात्य, यूरोपीय एवं एशियायी देशों के भोजन में प्राचीन काल से ही प्रयुक्त होता आया है। किसी भी शर्करायुक्त विलयन के मदिराकरण के अनंतर ऐसीटिक (अम्लीय) किण्वन (acetic fermentation) से सिरका या चुक्र (Vinegar, विनिगर) प्राप्त होता है। इसका मूल भाग ऐसीटिक अम्ल का तनु विलयन है पर साथ ही यह जिन पदार्थों से बनाया जाता है उनके लवण तथा अन्य तत्व भी उसमें रहते हैं। प्रायः भोजन के लिये प्रयुक्त सिरके में 4% से 8% तक एसेटिक अम्ल होता है।
5. निम्न में कौन विजातीय यौगिक है?
(A) प्लास्टर ऑफ पेरिस
(B) खड़िया
(C) संगमरमर
(D) चूना पत्थर
(A) प्लास्टर ऑफ पेरिस
प्लास्टर प्लास्टर ऑफ पेरिस एक विजातीय योगिक है। प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम कैलशियम सल्फेट हाईड्रेट होता है। यह जिप्सम से बनने वाला पदार्थ है। जिप्सम को 100 डिग्री तक गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस का निर्माण होता है। यह बारीक सफेद पाउडर है जो गीला होने पर सूख कर कठोर हो जाता है। यह एक विजातीय योगिक है।
6. नींबू के रस का pH मान लगभग कितना होता है?
(A) 10 है
(B) 2.2 है
(C) 12 है
(D) 14 है
(B) 2.2 है
नींबू बेहद अम्लीय होते हैं। 7 से कम पीएच वाले किसी भी रसायन को अम्लीय माना जाता है। नींबू के रस का पीएच मान (Lemon PH value) लगभग 2.2 होता है, जो 2 से 3 के बीच होता है। इसे परिप्रेक्ष्य में रखने के लिए, बैटरी एसिड (सल्फ्यूरिक एसिड) का पीएच 1.0 है, जबकि एक सेब का पीएच लगभग 3.0 है। सिरका (एक कमजोर एसिटिक एसिड) का पीएच नींबू के रस के बराबर होता है, लगभग 2.2, सोडा का pH लगभग 2.5 होता है।
7. मधुमक्खी के डंक मारने पर किस पदार्थ से उपचार करना लाभकारी है?
(A) बेकिंग सोडा
(B) सोडियम कार्बोनेट
(C) सोडियम क्लोराइड
(D) अन्य
(A) बेकिंग सोडा
सोडियम बाइकार्बोनेट यानि बेकिंग सोडा और पानी से बना पेस्ट कई तरह के कीड़ों के काटने और डंक मारने में मदद कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि बेकिंग सोडा मधुमक्खी के जहर को बेअसर कर सकता है, खुजली और सूजन को कम कर सकता है।
8. मुँह साफ करने के लिए किस प्रकार के मंजन का व्यवहार करना चाहिए जिससे कि दंतक्षय रोका जा सके?
(A) अम्लीय दंतमंजन
(B) क्षारकीय दंतमंजन
(C) उदासीन दंतमंजन
(D) सभी
(B) क्षारकीय दंतमंजन
जब मुंह का पीएच 5.5 से कम होता है, तो दांतों की सड़न शुरू हो जाती है। क्योंकि मुंह में मौजूद बैक्टीरिया खाने के बाद मुंह में बचे शुगर और फूड पार्टिकल्स के सड़ने से एसिड पैदा करते हैं। मुंह में उत्पादित एसिड दांतों के क्षय का कारण बनता है। कैल्शियम फॉस्फेट से बना दांत इनेमल शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है। दंतमंजन का उपयोग करना, जो आम तौर पर क्षारीय होता हैं, अतिरिक्त अम्ल को बेअसर करने और दांतों की सड़न को रोकने में मदद करता है।
9. निम्न में से कौन सी अधातु विद्युत का सुचालक है?
(A) ग्रेफाइट
(B) कॉपर
(C) सल्फर
(D) हीरा
(A) ग्रेफाइट
ग्रेफाइट में प्रत्येक कार्बन परमाणु केवल तीन कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा रहता है तथा जिस कारण इसमें षट्कोणीय जाल की परतें बनाते हैं। इसमें कार्बन परमाणुओं के बीच दूरी अधिक होती है। परतों के मध्य इस दूरी के कारण विपरीत परतों में स्थित कार्बन परमाणुओं के बीच सहसंयोजक बंधों के बनने की संभावना समाप्त हो जाती है और चौथा संयोजक इलेक्ट्रॉन स्वतंत्र छूट जाता है। इसीलिए ग्रेफाइट में इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह आसानी से हो जाता है और ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक हो जाता है।
10. निम्न में से किस धातु को चाकू से काटा जा सकता है?
(A) मैग्नेशियम
(B) सल्फर
(C) सोडियम
(D) क्रोमियम
(C) सोडियम
जिन धातुओं को स्टील के चाकू से आसानी से काटा जा सकता है उनमें लीथियम, सोडियम, पोटेशियम आदि प्रमुख रूप से गिनी जा सकती हैं। हमारा दैनिक अनुभव इससे कुछ जुदा है - ताँबे के पतले तार, एल्यूमिनियम के तार या फॉइल, रांगा, टिन आदि धातुओं को हम चाकू या साधारण कैंची से आसानी से काट लेते हैं।
11. जस्ता किसका अयस्क है?
(A) जिंक ब्लेड
(B) बॉक्साइट
(C) सोडियम क्लोराइड
(D) सिनावार
(A) जिंक ब्लेड
जस्ता प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता है। यह संयुक्त अवस्था में विभिन्न अयस्कों के रूप में पाया जाता है। यह जिंक ब्लैंड और कैलामाइन अयस्क के रूप में प्रचुर मात्रा में मिलता है। जस्ता धातु का निष्कर्षण मुख्यतः इसके सल्फाइड अयस्क जिंक ब्लैंड (Zns) से किया जाता है। यह ऊष्मा तथा विद्युत का सुचालक होता है।
12. एलुमिना का विद्युत अपघटन करने पर एनोड पर कौन सी गैस जमा होती है?
(A) हाइड्रोजन गैस
(B) नाइट्रोजन गैस
(C) कार्बन डाईऑक्साइड गैस
(D) ऑक्सीजन गैस
(D) ऑक्सीजन गैस
ऐलुमिनियम पर मोटी ऑक्साइड की परत बनाने की प्रक्रिया है। वायु के संपर्क में आने पर ऐलुमिनियम पर ऑक्साइड की पतली परत का निर्माण होता है। ऐलुमिनियम ऑक्साइड की परत इसे संक्षारण से बचाती है। इस परत को मोटा करके इसे संक्षारण से अधिक सुरक्षित किया जा सकता है। ऐनोडीकरण के लिए ऐलुमिनियम की एक साफ़ वस्तु को ऐनोड बनाकर तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ इसका विद्युत अपघटन किया जाता है। ऐनोड पर उत्सर्जित ऑक्सीजन गैस ऐलुमिनियम के साथ अभिक्रिया करके ऑक्साइड की एक मोटी परत बनाती है। इस ऑक्साइड की परत को आसानी से रँगकर ऐलुमिनियम की आकर्षक वस्तुएँ बनाई जा सकती हैं।
13. इस्पात में कितना प्रतिशत कार्बन है?
(A) 3 %
(B) 4 %
(C) 2 %
(D) 5 %
(C) 2 %
इस्पात (Steel), लोहा, कार्बन तथा कुछ अन्य तत्वों का मिश्रातु है। लौहे में जितना ज्यादा कार्बन मिलाते हैं इस्पात उतना ही कठोर बनता जाता है, कठोरता बढ़ने के साथ ही उसकी भंगुरता भी बढ़ती जाती है। 1149 डिग्री सेल्सियस पर लौहे में कार्बन की अधिकतम घुल्यता 2.14 प्रतिशत है। कम तापमान पर अगर लौहे में ज्यादा मात्रा में कार्बन हो तो इससे सिमेंटाइट का निर्माण होगा। लौहे में अगर इससे ज्यादा कार्बन हो तो यह कास्ट आयरन कहलाता है, क्योंकि इसका गलनाक कम हो जाता है। इस्पात, कास्ट आयरन से इसलिए भी अलग होता है क्योंकि इसमें दूसरे तत्वों की मात्रा अत्यन्त कम होती है यानी 1 से 3 प्रतिशत के करीब. इस्पात जंग-रोधी होता है और इसे आसानी से वेल्ड किया जा सकता है।
14. कौन-सी धातु है जो अधिक ताप पर भी ऑक्सीजन से अभिक्रिया नहीं करती है?
(A) लोहा
(B) सोना
(C) पोटाशियम
(D) ऐलुमिनियम
(B) सोना
धातुओं की प्रतिक्रियाशीलता आमतौर पर इस बात पर निर्भर करती है कि वे कितनी आसानी से इलेक्ट्रॉनों को खो देती हैं। यह आमतौर पर प्रतिक्रियाशीलता श्रृंखला द्वारा निर्धारित किया जाता है जहां तत्वों को उनकी प्रतिक्रियाशीलता के आधार पर रखा जाता है। ऊपर रखी धातुएँ सबसे अधिक क्रियाशील होती हैं और नीचे रखी धातुएँ सबसे कम क्रियाशील होती हैं। प्रतिक्रियाशीलता श्रृंखला में, चांदी और सोने को नीचे रखा जाता है क्योंकि वे इलेक्ट्रॉनों को अधिक आसानी से नहीं खोते हैं, इसलिए वे कम से कम प्रतिक्रियाशील होते हैं। यही कारण है कि उच्च तापमान पर भी Ag और Au ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
15. कौन-सी धातु जल में डालने पर तैरने लगती है?
(A) कैल्सियम
(B) निकेल
(C) मैग्नीशियम
(D) पोटाशियम
(A) कैल्सियम
कैल्शियम धातु जल से क्रिया करने पर जल में तैरने लगती है। कैल्सियम और जल की प्रतिक्रिया कम खतरनाक होती है। इस प्रतिक्रिया में इतनी ऊष्मा नहीं निकलती है जिससे आग नही लगती है। इसमें हाइड्रोजन के बुलबुले बनते हैं।